अंधविश्वास,डायन (टोनही) प्रताड़ना एवं सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जनजागरण

I have been working for the awareness against existing social evils,black magic and witchcraft that is prevalent all across the country and specially Chhattisgarh. I have been trying to devote myself into the development of scientific temperament among the mass since 1995. Through this blog I aim to educate and update the masses on the awful incidents & crime taking place in the name of witch craft & black magic all over the state.

Thursday, February 27, 2014

राष्ट्रीय विज्ञानं दिवसके अवसर पर  पर शासकीय स्नातकोत्तर विज्ञानं महाविद्यालय रायपुर  में वैज्ञानिक दृष्टिकोण एवं अन्धविश्वास विषय पर व्याख्यान देना है .
Happy national science day  participate to develop scientific temper in country..राष्ट्रीय विज्ञानं  दिवस की बधाई .आइये देश में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास का संकल्प लें .

Monday, February 24, 2014

जगदलपुर के पास ग्राम ककालगुर  में पिछले दिनों जादू टोने के शक में   दो व्यक्तियों कीजिन्दा जला कर  हत्या कर दी गयी अन्धविश्वास के कारण दो मासूम लोगों को बेवजह अपनी जान से हाथ धोना पड़ा इस हत्याकांड की हम कड़ी निंदा करते है .ग्रामीणों से यह अपील करते है कि वे किसी भी अन्धविश्वास में पड़ कर कानून अपने हाथ में न ले .जादू टोने का कोई अस्तित्व नहीं है ,

Wednesday, February 19, 2014

टोनही के संदेह में प्रताड़ना शर्मनाक  ..कोरबा के ग्राम घुमानीडांड में एक वृद्ध महिला झीरम बाई गोंड को जादू टोने के संदेह में बुरी तरह मारपीट की गयी.तथा उस असहाय महिला का सिर मुंड दिया तथा देर रात तक प्रताड़ित करते रहे .इस घटना की हम कड़ी निंदा करते है .उस ग्राम जाकर प्रताड़ित महिला से मिलेंगे ,तथा ग्रामीणो को समझायेंगे

Sunday, February 2, 2014

सारागावं    के नजदीक ग्राम निलझा   के एक स्कूल में 15 बच्चियो के बेहोश होने की घटना सामने आयी है .बच्चियों का मेडिकल चेकअप हुआ है .वहा के एक अधिकारी से मेरी चर्चा हुई है ऐसा लग रहा है ग्रामीणो व बच्चो से बातचीत  करने की आवश्यकता है ,ऐसे कुछ मामलो में मेरा पहले भी जाना हुआ है  जहाँ हमने ऐसे  ऐसे मामलो में  मास हिस्टीरिया ही पाया .मैं   वहाँ जाने वाला हूँ.
सुप्रीम कोर्ट का दूध में  मिलावट के सम्बन्ध में दिया गया निर्देश सराहनीय है .दूध तथा खाने पीने की वस्तुओ में होने वाली मिलावट से अनेक निर्दोष नागरिको की जान संकट में पद जाती है .जबकि दूध को लोग शक्तिदायक पदार्थ के रूप में न केवल स्वयं पीते है बल्कि छोटे छोटे बच्चों को भी पिलाते है ,मरीज भी जल्द ठीक होने के लिए दूध पीते है .सुप्रीम कोर्ट के के जज भी यह कह रहे है कि वे मिलावट खोरी के डर से अनेक वर्षों से बिना दूध की काली चाय ही पी रहे है वास्तव में मिलावट खोरो को देशद्रोही माना जाना चाहिए तथा उसी अनुसार सजा दी जानी चाहिए .