. ग्राम धनेली में एन .एस . एस . की छात्राओ के लिए व्याख्यान " ग्राम धनेली में एन. एस. एस . की छात्राओ के लिए आयोजित व्याख्यान में उन्हें विभिन्न सामाजिक अन्धविश्वासो ,कुरीतियों से होने वाले घातक परिणामो की जानकारी दी गयी .शासकीय नवीन महिला महाविद्यालय की छात्राओ को हमने तंत्र ,मंत्र ,जादू टोना ,भूत प्रेत जैसे किसी भी अन्धविश्वास पर भरोसा नहीं करने की सलाह दी तथा उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य टोनही प्रताड़ना अधिनियम से अवगत कराया ,हमने उन्हें बलि प्रथा के अन्धविश्वास कारण पिछले दिनों हुई कुछ हत्याओ की घटनाओ की जानकारी देते हुए उनके प्रश्नों के उत्तरदिए
Sunday, October 16, 2011
. ग्राम धनेली में एन .एस . एस . की छात्राओ के लिए व्याख्यान " ग्राम धनेली में एन. एस. एस . की छात्राओ के लिए आयोजित व्याख्यान
. ग्राम धनेली में एन .एस . एस . की छात्राओ के लिए व्याख्यान " ग्राम धनेली में एन. एस. एस . की छात्राओ के लिए आयोजित व्याख्यान में उन्हें विभिन्न सामाजिक अन्धविश्वासो ,कुरीतियों से होने वाले घातक परिणामो की जानकारी दी गयी .शासकीय नवीन महिला महाविद्यालय की छात्राओ को हमने तंत्र ,मंत्र ,जादू टोना ,भूत प्रेत जैसे किसी भी अन्धविश्वास पर भरोसा नहीं करने की सलाह दी तथा उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य टोनही प्रताड़ना अधिनियम से अवगत कराया ,हमने उन्हें बलि प्रथा के अन्धविश्वास कारण पिछले दिनों हुई कुछ हत्याओ की घटनाओ की जानकारी देते हुए उनके प्रश्नों के उत्तरदिए
Sunday, October 9, 2011
"नीबू मिर्च टांगकर नजर न लगने का अन्धविश्वास
"नीबू मिर्च टांगकर नजर न लगने का अन्धविश्वास " यह तस्वीर अत्यंत आधुनिक समझे जाने वाले शहर मुंबई की एक आधुनिक कार की है . जिसमे कार को बुरी नजर से बचने के लिए नीबू -मिर्र्च का combination बांधा गया है, जब पढ़े लिखे ,संपन्न लोग भी ऐसे अन्धविश्वासो पर यकीन करेंगे तो अशिक्षित ,गरीब ,ग्रामीणों को ही कैसे दोषी ठहराया जा सकता है ,कम से कम शिक्षित लोगो को ऐसी बातो का अन्धानुकरण नहीं करना चाहिए .
"जीभ चढ़ा कर मनोवांछित फल पाने का अन्धविश्वास " .
"जीभ चढ़ा कर मनोवांछित फल पाने का अन्धविश्वास " कोरबा के देवी मंदिर में एक युवती ने अपनी जीभ काट कर चढ़ा दी उसे अधिक रक्त बहने के कारण एस इ सीएल के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया .अंजना नाम -की यह युवती नवरात्र में प्रतिदिन कोरबा दीपिका के दिपेश्वरी मंदिर में देवी दर्शन के लिए जाती थी .धार्मिक उत्सवो के दौरान प्रतिवर्ष ऐसी घटनाये सामने आतीहै जिसमे अन्धविश्वास के चलते लोग मानसिक उन्माद में आकर अपनी मनोवांछित आकांक्षाओ की पूर्ति के लिए स्वयं का अंग भंग करने का दुस्साहस कर बैठते है तथा बाद में जीवन भर पछताते है .
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