@असम में काला जादू ,डायन जैसे अन्धविश्वास के खिलाफ अभियान चलाएंगे डॉ दिनेश मिश्र। # अंध श्रद्धा निर्मूलनसमिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्र अपने असम प्रवास में असमके, डी जी पी ,महिला आयोग ,सामाजिक न्याय विभाग ,असं विज्ञानं और प्रौद्योगिकी परिषद् ,स्टेट रिसोर्स सेंटर ,असम महिला समता सोसायटी ,विभिन्न जिलों के विज्ञान संचारको से मिले तथा आसान में डायन ,काला ,जादू ,के अन्धविश्वास के कारण प्रति वर्ष होने वाली हत्या एवं प्रताड़ना क़ी घटनाओ ,को रोकने ,अन्धविश्वास निर्मूलन ,एवं आम लोगो में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रचार प्रसार के
हेतु चर्चा की एवं अभियान चलाया।। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्र ने असम के डी. जी. पी. कुलाधर सैकिया ,महिला आयोग की सचिव लश्कर,स्टेट रिसोर्स सेंटर के निर्देशक समीरन ब्रम्हा असं विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद के निर्देशक डॉ अरूप मिश्र,, असम महिला समाज की अध्यक्ष् गीता रानी भट्टाचार्य,सामाजिक न्याय विभाग ,विभिन्न जिलों कामरूप ,धुबरी ,गोलपाड़ा ,नलबारी सहित अन्य जिलों के विज्ञान संचारकों , सामाजिक कार्यकर्ताओ से चर्चा की । डॉ मिश्र ने कहा कालाजादू ,डायन जैसी मान्यताओ का कोई अस्तित्व नहीं है ,अज्ञानता,चिकित्सा सुविधाओं की कमी जानकारी के अभाव,रूढ़िवादी परम्पराओ के कारण इस प्रकार की घटनाएं घटती है विदर्भ ,झारखंड ,बिहार,उड़ीसा, मध्य प्रदेश, राजस्थान ,हरियाणा ,असम, सहित देश के 17 प्रदेशो से डायन के संदेह में हत्या और प्रताड़ना की घटनाये होती है ,सघन जनजागरण अभियान चला कर इन घटनाओ को रोका जा सकता है , जादू टोन का कोई अस्तित्व नहीं होता और कोई महिला डायन नहीं होती ,और सिर्फ अपने अन्धविश्वास व् भ्रम के कारण किसी ही हत्या करना ,मारना पीटना प्रताड़ित करना ,गलत ,गैरकानूनी ,अमानवीय है असम में अभी डायन प्रताड़ना विरोधी कानून लागु नहीं हो पाया है उसे लागू किया जाना चाहिए , प्रतिवर्ष डायन के अन्धविश्वस में हो रही हत्याए और प्रताड़ना सभ्य समाज और मानवता के लिए शर्मनाक है ,।। डॉ मिश्र ने कहा हम असम में डायन प्रताड़ना एव अन्धविश्वास के विरोध संघर्ष करेंगे ,सभी विभागो के साथ मिलकर समन्वित कार्य योजना बना कर कार्य करेंगे।ताकि असम और समीपवर्ती राज्यों से इस अन्धविश्वास का निर्मूलन एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण का प्रचार प्रसार हो सके ।। डॉ दिनेश मिश्र