फिल्म एक थी डायन के प्रदर्शन व उसके प्रचार पर रोक लगनी चाहिए ,क्योकि
इस फिल्म में महिला के डायन होने ,उसके पास जादुई शक्तिया होने ,उसके पैर
उलटे होने ,उसके सर के बालो (चोटी )में शक्ति होने जैसी पुरानी मनगढ़ंत बातो
को बताया गया है जिससे ग्रामीणों में भ्रम व अन्धविश्वास फ़ैल जावेगा .शायद निर्माता को यह मालूम नहीं है कि
हमारे देश के १७ प्रदेशो में डायन ,जादू टोने ,टोनही का अन्धविश्वास कायम
है .जिसके कारण प्रतिवर्ष हजारो महिलाओ को शारीरिक मानसिक प्रताड़ना का
शिकार होना पड़ता है .नॅशनल क्राईम ब्यूरो
के अनुसार 17 ०० से अधिक महिलाओ की हत्या डायन के अन्धविश्वास में की गयी
है ,हजारो महिलाओ के सर के बाल काट दिए गए ,उनके सर मूंड दिए गए ,उन्हें
मैला खिलाया गया ,,ऐसी फिल्म के टी वी ,व विज्ञापन से गाँव गाँव में प्रचार होने से अनेक महिलाओ को प्रताड़ना का खतरा उत्पन्न हो जावेगा डो. .दिनेश मिश्र अध्यक्ष अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति एवं कोई नारी डायन /टोनही नहीं अभियान
Thursday, April 18, 2013
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