सुप्रीम कोर्ट का दूध में मिलावट के सम्बन्ध में दिया गया निर्देश सराहनीय
है .दूध तथा खाने पीने की वस्तुओ में होने वाली मिलावट से अनेक निर्दोष
नागरिको की जान संकट में पद जाती है .जबकि दूध को लोग शक्तिदायक पदार्थ के
रूप में न केवल स्वयं पीते है बल्कि छोटे छोटे बच्चों को भी पिलाते है
,मरीज भी जल्द ठीक होने के लिए दूध पीते है .सुप्रीम कोर्ट के के जज भी यह
कह रहे है कि वे मिलावट खोरी के डर से अनेक वर्षों से बिना दूध की काली चाय
ही पी रहे है वास्तव में मिलावट खोरो को देशद्रोही माना जाना चाहिए तथा
उसी अनुसार सजा दी जानी चाहिए .
Sunday, February 2, 2014
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