# सामाजिक बहिष्कार का एक और मामला 14 परिवार बहिष्कृत डॉ दिनेश मिश्र
@ सामाजिक बहिष्कार मानवाधिकार के खिलाफ,
@ अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने बताया कि सामाजिक बहिष्कार कर हुक्का पानी बन्द करने का राजनांदगांव में एक और बड़ा मामला सामने आया है जिसमें समाज के ठेकेदारों ने 14 परिवारों को समाज से बहिष्कृत कर दिया ,और 7 लाख जुर्माने की मांग की.उन्होंने इस मामले की शिकायत शासन से करते हुए पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग की है तथा सरकार से सामाजिक बहिष्कार के विरोध में सक्षम कानून बनाने की मांग की है. डॉ .दिनेश मिश्र ने बताया कि डोंगरगढ़. विकासखंड के ग्राम पंचायत मुड़पार में ग्राम प्रमुखों ने 14 परिवारों को सिर्फ इसलिए बहिष्कृत कर दिया कि उन्होंने उनकी बात माने बगैर उप सरपंच चुनाव में भाग लिया। अपना प्रत्याशी खड़ा किया। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा किंतु हार होते ही सभी 14 परिवारों को बहिष्कृत कर दिया गया।
उन्हें जानकारी मिली है कि मामला कुछ इस प्रकार है कि गांव के कुछ प्रमुख व्यक्तियों ने पंचायत चुनाव में उप सरपंच चुनाव के लिए अपना एक प्रत्याशी खड़ा किया तथा उसे ही निर्विरोध जिताने कमर कस ली किंतु गांव में दूसरे पक्ष ने उपसरपंच के लिए विद्याबाई चौधरी को चुनाव में उतारा था। डॉ. मनमोहन यदु व विद्याबाई चौधरी के बीच चुनाव हुआ। विद्या बाई को हार का सामना करना पड़ा।24 फरवरी को हुए चुनाव के तत्काल बाद गांव के प्रमुखों के रूप में दबंगों ने सभी 14 परिवारों को जिन्होंने विद्याबाई चौधरी को सहयोग किया था। गांव से सामाजिक रुप से बहिष्कृत कर दिया तथा इन्हें सात लाख रुपए का जुर्माना देने पर ही गांव में शामिल करने का फरमान जारी कर दिया डर कर तीन परिवार तीरुराम कदम तिलक कंवर व भारती ठाकरे ने जुर्माना भरकर अपनी वापसी करा ली किंतु 11 परिवार भी गांव से बहिष्कृत है
बहिष्कृत परिवार जिनमें ज्ञान चंद साहू, हीरा चौधरी, अमित देशमुख, छबिलाल करसे, माया चौधरी, विद्याबाई चौधरी, रामलाल कवंर, आसाराम कंवर, राजेश चौधरी और स्वयं सरपंच लताबाई ठाकरे ग्राम से बहिष्कृत हो चुके हैं। इन्होंने जिला डोंगरगढ़ थाने में 27 अप्रैल को न्याय की गुहार लगाई अभी तक उन्हें न्याय नही मिल पाया है .
डॉ दिनेश मिश्र ने कहा इसी प्रकार की एक घटना की जानकारी सप्ताह भर पहले राजनांदगांव जिले के ही चिखलाकसा के दानीटोला गांव से आई थी , सामाजिक पंचायत को चंदा नही देने के कारण 4 गरीब परिवारों का सामाजिक बहिष्कार कर उनका हुक्का पानी बन्द कर दिया गया है.समिति ने इस मामले की शिकायत जिला कलेक्टर से की है।
डॉ दिनेश मिश्र ने कहा सामाजिक बहिष्कार करना, हुक्का पानी बन्द करना एक सामाजिक अपराध है तथा यह किसी भी व्यक्ति के संवैधानिक एवम मानवाधिकारों का हनन है ,प्रशासन को इन दोनों ही मामलों पर कार्यवाही कर पीड़ितों को न्याय दिलाने की आवश्यकता है साथ ही सरकार को सामाजिक बहिष्कार के सम्बंध में एक सक्षम कानून बनाना चाहिए.
डॉ दिनेश मिश्र