अंधविश्वास,डायन (टोनही) प्रताड़ना एवं सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जनजागरण

I have been working for the awareness against existing social evils,black magic and witchcraft that is prevalent all across the country and specially Chhattisgarh. I have been trying to devote myself into the development of scientific temperament among the mass since 1995. Through this blog I aim to educate and update the masses on the awful incidents & crime taking place in the name of witch craft & black magic all over the state.

Sunday, May 10, 2020

# सामाजिक बहिष्कार का एक और मामला 14 परिवार बहिष्कृत डॉ दिनेश मिश्र
@ सामाजिक बहिष्कार मानवाधिकार के खिलाफ,
 @ अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने बताया कि सामाजिक बहिष्कार कर हुक्का पानी बन्द करने का राजनांदगांव में एक और बड़ा मामला सामने आया है जिसमें  समाज के ठेकेदारों ने 14 परिवारों को समाज से बहिष्कृत कर दिया ,और 7 लाख जुर्माने की मांग की.उन्होंने  इस मामले की शिकायत शासन से करते हुए पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग की है तथा सरकार से सामाजिक बहिष्कार के विरोध में सक्षम कानून बनाने की मांग की है.  डॉ .दिनेश मिश्र ने बताया कि डोंगरगढ़. विकासखंड के ग्राम पंचायत मुड़पार में ग्राम प्रमुखों ने 14 परिवारों को सिर्फ इसलिए बहिष्कृत कर दिया कि उन्होंने उनकी बात माने बगैर उप सरपंच चुनाव में भाग लिया। अपना प्रत्याशी खड़ा किया। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा किंतु हार होते ही सभी 14 परिवारों को बहिष्कृत कर दिया गया।

उन्हें जानकारी मिली है कि मामला कुछ इस प्रकार है कि गांव के कुछ  प्रमुख  व्यक्तियों ने पंचायत चुनाव में  उप सरपंच चुनाव के लिए अपना एक प्रत्याशी खड़ा किया तथा उसे ही निर्विरोध जिताने कमर कस ली किंतु गांव में दूसरे पक्ष ने उपसरपंच के लिए विद्याबाई चौधरी को चुनाव में उतारा था। डॉ. मनमोहन यदु व विद्याबाई चौधरी के बीच चुनाव हुआ। विद्या बाई को हार का सामना करना पड़ा।24 फरवरी को हुए चुनाव के तत्काल बाद गांव के प्रमुखों के रूप में  दबंगों ने सभी 14 परिवारों को जिन्होंने विद्याबाई चौधरी को सहयोग किया था। गांव  से सामाजिक रुप से बहिष्कृत कर दिया तथा इन्हें सात लाख रुपए का जुर्माना देने पर ही गांव में शामिल करने का फरमान जारी कर दिया डर कर तीन परिवार तीरुराम कदम तिलक कंवर व भारती ठाकरे ने जुर्माना भरकर अपनी वापसी करा ली किंतु 11 परिवार भी गांव से बहिष्कृत है
बहिष्कृत परिवार जिनमें ज्ञान चंद साहू, हीरा चौधरी, अमित देशमुख, छबिलाल करसे, माया चौधरी, विद्याबाई चौधरी, रामलाल कवंर, आसाराम कंवर, राजेश चौधरी और स्वयं सरपंच लताबाई ठाकरे ग्राम से बहिष्कृत हो चुके हैं। इन्होंने जिला डोंगरगढ़ थाने में 27 अप्रैल को न्याय की गुहार लगाई अभी तक उन्हें न्याय नही मिल पाया है . 
डॉ दिनेश मिश्र ने कहा इसी प्रकार की एक घटना की जानकारी सप्ताह भर पहले राजनांदगांव जिले के ही  चिखलाकसा के दानीटोला गांव से आई थी , सामाजिक पंचायत को चंदा नही देने के कारण 4 गरीब  परिवारों का सामाजिक बहिष्कार कर उनका हुक्का पानी बन्द कर दिया गया है.समिति  ने इस मामले की शिकायत जिला कलेक्टर से की है। 
डॉ दिनेश मिश्र ने कहा सामाजिक बहिष्कार करना, हुक्का पानी बन्द करना एक सामाजिक अपराध है तथा यह किसी भी व्यक्ति के संवैधानिक एवम मानवाधिकारों का हनन है ,प्रशासन को इन दोनों ही मामलों पर कार्यवाही कर पीड़ितों को न्याय दिलाने की आवश्यकता है साथ ही सरकार को सामाजिक बहिष्कार के  सम्बंध में एक सक्षम कानून बनाना चाहिए.
  डॉ दिनेश मिश्र 
# सामाजिक बहिष्कार के मामले पर कार्यवाही हो. डॉ. दिनेश मिश्र. @ ग्राम दानीटोला का मामला.
 .# अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ.दिनेश मिश्र ने बताया कि सामाजिक बहिष्कार की प्रथा ग्रामीण अंचल में अब भी जारी है जिसमें ग्रामों में समाज के नाम पर परिवारों का बहिष्कार कर उनका हुक्का पानी बन्द कर दिया है जिससे पीड़ित ग्रामीणों के समक्ष जीवन यापन की समस्या उत्पन्न हो गयी है.डॉ. मिश्र ने इस मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है,सरकार से सामाजिक बहिष्कार के विरोध में सक्षम कानून बनाने की  मांग  की है. डॉ दिनेश मिश्र ने जानकारी दी कि  राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव थाना क्षेत्र के चिखला कसा के ग्राम दानीटोला की घटना है  जहाँ गाँव के दबंग लोगों  ने चंदा नही देने पर 4 परिवारों के विरूद्ध हुक्का पानी बन्द करने का फरमान जारी कर दिया है ,आश्चर्य की बात तो यह भी है कि समाज के मुखियाओं ने हुक्का पानी बंद करने के सार्वजनिक फरमान के साथ गाँव के कोटवार को इस अवैध फरमान की निगरानी की जिम्मेदारी भी दे रखे है, ताकि इन परिवारों को ग्रामीण सहयोग भी ना कर पाएतथा यह भी कहलाया है कि किसी ग्रामीण या दुकानदार के द्वारा सहयोग करते पाए गए, तो सहयोग करने वाले उन परिवारों का भी हुक्का पानी बंद कर दिया जावेगा।
डॉ दिनेश मिश्र ने बताया डोंगरगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत चिखलाकसा अंतर्गत आश्रित ग्राम दानीटोला में ग्रामीणों ने बैठक लेकर ज्योति कलश भवन बनाये जाने का निर्णय लिया  इस भवन निर्माण के लिए ग्रामीणों ने सभी ग्रामीणों से ही चंदा लेकर भवन का निर्माण करने  हेतु सभी घरों से अनिवार्य ढंग से 600 रुपये चंदा देने का भी फरमान जारी कर दिया जिस पर. ग्राम  के अनेक सक्षम ग्रामीण जन सहयोग देने तैयार हो गए ,लेकिन ग्राम के ही चार परिवारो ने देश मे आये माहमारी कोरोना  के दौरान आर्थिक तंगी होने का हवाला देकर चंदा दे पाने में असमर्थता प्रकट की,  जिस पर कुछ ग्रामीणों  ने  समूचे गांव में कोटवार के माध्यम से मुनादी करके  चार ग्रामीणों  बिसाहू राम जोशी , देवालु राम रात्रे ,गंगाधर जोशी, व चंदन कुमार जांगडे को गाँव से बहिष्कृत करने का फरमान जारी कर दिया ।  ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत भी की है,जिसमें उन्होंने कहा है कि ग्राम में फरमान जारी करने के बाद  ही गाँव मे ही स्थित किराना दुकान वालो में से नरबद किराना दुकान , बंसी किराना व झाडू किराना दुकान के मालिकों ने सामान देने से मना कर दिए व बताया कि गाँव के मुखियाओं ने सामान देने से मना किया है इसीलिए वे सामान नही दे पाएंगे ।पीड़ितचारों परिवारों    ने थाना डोंगरगांव में लिखित शिकायत कर मामले की जांच कर कार्यवाही की  मांग की है.
अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा किसी भी व्यक्ति का सामाजिक बहिष्कार करना अनुचित तथा आपराधिक है सामाजिक बहिष्कार से मानवाधिकारों का हनन होता है ,शासन से इस मामले की जॉंच कर प्रताड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग की है ,साथ ही प्रदेश में सामाजिक बहिष्कार प्रतिषेध कानून बनाने की मांग की है. 
.डॉ दिनेश मिश्र
 ,अध्यक्ष अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति  mobile. No.98274 00859. Email. dr.dineshmishra @gmail.com

# डायन के सन्देह में 3 महिलाओं के साथ मारपीट,कपड़े फाडे,बाल काटने,मैला ,पेशाब पिलाने की घटना शर्मनाक .
#बिहार मुजफ्फरपुर की घटना.
@ अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ.दिनेश मिश्र ने  बिहार के मुजफ्फपुर के हथौड़ी थाना क्षेत्र में 3 अधेड़ महिलाओं पर डायन के सन्देह में हुई प्रताड़ना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है ,यह घटना सभ्य समाज के लिए अत्यंत शर्मनाक है.समिति की ओर से बिहार सरकार को पत्र लिख कर इस मामले में शामिल सभी दोषियो. को गिरफ्तार कर कड़ी कार्यवाही की जाने की मांग की गई है.
डॉ दिनेश मिश्र ने कहा मुजफ्फरपुर के हथौड़ी थाना क्षेत्रके ग्राम डकरामा में  3 महिलाओं को जादू टोना करने,डायन के सन्देह में रात भर पीटा गया,उनके कपड़े फाड़ दिए ,उनके बाल काट दिए,गए ,उन्हें जबरदस्ती मल तथा पेशाब पिलाई गयी ,इस घटना के बाद उक्त महिलाएं गांव छोड़कर जा चुकी है और मुजफ्फपुर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती है  उक्त महिलाओं में से एक नए जानकारी दी है,उन्हें गांव के फुलवारी टोले के 25 लोगों ने पकड़ने का प्रयास किया जिससे बचने के लिए वे बहुत भागीं,पर लोगों ने उन्हें पकड़ लिया,श्याम साहनी के यहाँ ले गए,जहाँ उन्हें रात भर पीटते रहे,ब्लाउज़ फाड़ दिया,साड़ी फाड़ दी,और छाती पर बैठ कर मानव मल ,पेशाब पिलाई,और4 मई की सुबह  गाछी  में ले जाने व बाल काटने की शिकायत की है. मुजफ्फपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज में भर्ती उनमे से एक महिला ने यह बी. बी. सी .को बताया है,उसका कहना है उसकी तबियत ठीक नही है शरीर में तकलीफ बहुत है ,,मैला खिलाने से उल्टी करते करते परेशान हो गयी हैं.वे सब लोग डरे हुए हैं और गांव जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे है.इस कारण उनका बयान भी नहीं हो पाया था. 
डॉ दिनेश मिश्र ने कहा जादू टोने का कोई अस्तित्व नहीं होता इसलिए जादू टोना करके किसी को बीमार करने के सन्देह में किसी भी महिला के साथ मारपीट करना, प्रताड़ित करना गलत,अमानवीय और आपराधिक है,कोई महिला डायन/टोनही नही होती ,डायन के सन्देह में इस प्रकार प्रताड़ित करने वाले सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग बिहार सरकार को पत्र भेजकर की गई है.
डॉ दिनेश मिश्र 
अध्यक्ष अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति  ,मोबाइल 9827400859