अंधविश्वास,डायन (टोनही) प्रताड़ना एवं सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जनजागरण

I have been working for the awareness against existing social evils,black magic and witchcraft that is prevalent all across the country and specially Chhattisgarh. I have been trying to devote myself into the development of scientific temperament among the mass since 1995. Through this blog I aim to educate and update the masses on the awful incidents & crime taking place in the name of witch craft & black magic all over the state.

Sunday, October 11, 2020

  झारखंड में डायन के सन्देह में सिर मुंडवाने,निर्वस्त्र कर घुमाने की शर्मनाक घटना .

कोई नारी डायन नहीं डॉ. दिनेश मिश्र
@ अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्र ने बताया झारखंड के सिमडेगा जिले से एक निर्दोष महिला को पंचायत के फरमान पर डायन घोषित करने ,उसे प्रताड़ित करने ,सिर के बाल काटने,और निर्वस्त्र कर के घुमाने की निंदनीय घटना सामने आई है ,जो अत्यंत दुःखद और शर्मनाक है.इस घटना में शामिल सभी आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही हो.
डॉ दिनेश मिश्र ने बताया उन्हें जानकारी मिली है कि झारखंड के सिमडेगा के कोमबाकेरा गांव  में  जादू टोने के शक में एक अधेड़ महिला के साथ सामूहिक मारपीट की गई,उसके सिर को मुड़वाया गया और निर्वस्त्र घुमाया गया। 
यह घटना पिछले शनिवार की है।  गांव में पंचायत बुलाई गई थी,जिसमें पीड़ित को  बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया गया था, जहां उस पर जादू -टोना करने का आरोप लगा कर ,  गांव के एक व्यक्ति की जान लेने का आरोप  लगाया गया. पंचायत के सदस्यों ने निर्णय लिया कि महिला का सिर मुंडवाया जाए और उसे गांव में निर्वस्त्र घुमाया जाए तथा जुर्माना वसूला जाए. जिले के कोलेबिरा प्रखंड के गंझूटोली में घटी उक्त घटना में करीब 50 से अधिक लोग शामिल थे,जिनमे महिलाएं भी थीं.
 डॉ दिनेश मिश्र ने बताया  ग्रामीणों ने  पंचायत की बैठक  कर  गांव की ,  एक 55 वर्षीय महिला को डायन बताकर उसे सजा देने का निर्णय लिया पंचायत में शमिल लोगों ने कुछ दिनों पूर्व गांव में एक व्यक्ति की मौत के लिए उक्त महिला के कथित जादू टोने  को दोषी ठहराया और  एक आदिवासी पाहन (झाड़फूंक करने वाले बैगा ) के बहकावे में आकर उक्त महिला की इस प्रकार प्रताड़ना की.
यह गांव रांची से 110 किलोमीटर दूर सिमडेगा जिले में कोलेबिरा ब्लॉक के कोम्बाकेरा  है. जहां गांव के लोगों ने एक अकेली महिला को इस प्रकार प्रताड़ित कर मानवता को शर्मसार कर दिया. बताया जाता है कि  भीड़ के सामने पीड़ित महिला  गिड़गिड़ाती रही,स्वयं के निर्दोष होने की बात कहती रही  लेकिन किसी ने उसकी एक बात नहीं सुनी और अंधविश्वास में   पड़ कर उसे प्रताड़ित  किया.
इस  के बाद भी ग्रामीणों का मन नहीं भरा उन्होंने उस महिला पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया .ग्रामीणों के डर से  उक्त महिला इस मामले की शिकायत दर्ज करने में भी डरती रही बाद में दो दिनों बाद इस मामले की जानकारी गांव के बाहर हुई तब  शिकायत दर्ज हुई. उनकी शिकायत के आधार पर 9 नाजमद और 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई . ग्रामीणों का एक वर्ग पुलिस की कार्रवाई का विरोध कर रहा था, लेकिनपुलिस ने इस मामले के नौ  आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.जबकि बाकी आरोपियों पर कार्यवाही नहीं हुई है.
डॉ . दिनेश मिश्र ने कहा कोई नारी डायन /टोनही नही होती. जादू टोने का कोई अस्तित्व नहीं होता .यह सिर्फ अंधविश्वास  है, इस प्रकार किसी भी निर्दोष महिला को प्रताड़ित करना  शर्मनाक  तथा अपराध है . 
 हमारी झारखंड सरकार से मांग है कि इस मामले में शामिल अन्य सभी दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए उन्हें कड़ी  सजा मिले ,तथा निर्दोष प्रताड़ित महिला को न्याय,मुआवजा मिल सके.
डॉ दिनेश मिश्र 

  प.बंगाल में डायन के सन्देह में महिला को प्रताड़ना, मारपीट,घर में तोड़फोड़, गांव से बाहर निकालने का प्रयास.

@ कोई नारी डायन नहीं. डॉ. दिनेश मिश्र.

अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने पश्चिम बंगाल के बर्दमान जिले में एक महिला  की  बुधिन बास्की की डायन के सन्देह में हुई प्रताड़ना की कड़ी निंदा की है ,इस घटना में   डायन बताकर महिला के साथ मारपीट की गई,घर मे तोड़फोड़, गांव से निकालने का प्रयास हुआ.और तो और जब पुलिस वहाँ पहुंची तो उस पर  ग्रामीणों ने  तीर कमान से हमला किया. 
 डॉ .दिनेश मिश्र ने बताया  उन्हें जानकारी मिली है कि   पश्चिम बंगाल में पूर्व बर्दवान जिले  में  रविवार को कुछ गांव वालों ने   एक महिला बुधिन बास्की पर ग्रामीणों ने जादू टोने का सन्देह किया,उसे गांव के लिए खतरा बताते हुए  उसे डायन करार दे दिया. लोगों ने घोषणा करते हुए कहा कि उस डायन को गांव में रखने का मतलब सर्वनाश है, उसे जल्द यहां से निकालना पड़ेगा. जब उस महिला का पति घर में नही था तब घर में घुसकर उस महिला के साथ मारपीट की गई ,उसकी झोपड़ी में भी तोड़फोड़ की गई उसे हाथों में डंडे बांध कर मनसा देवी के मंदिर लाया गया जहाँ उस,महिला को डायन करार देने के साथ गांव के मुखिया ने इस महिला को गांव से निकालने की सजा सुनाई और जबइस मामले की। शिकायत पुलिस से की गई और .गांव से महिला को निकालने की खबर मिलने के बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे तो गांव वालों ने पुलिस को ही घेर लिया.  
पूरे दिन चले इस हंगामे के बाद रात को आखिरकार गांव वालों ने पुलिस पर ही हमला बोल दिया. पुलिस ने किसी तरह जब पीड़ित महिला को वहां से बचाकर निकालने का प्रयास किया तो गांव वालों ने पुलिस पर तीर-धनुष से हमला कराना शुरू कर दिया. इस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले छोड़ते हुए उन्हें तितर-बितर किया और महिला को सुरक्षित गांव से बाहर निकाला. इस मामले में 3 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.  पीड़ित महिला के पति का कहना है कि जब वह  बाजार से घर आए तो देखा उनकी  पत्नी को घर से निकाल कर गांव वाले, मनशा मां के स्थान पर ले गए हैं. जबकि वह घर में खाना पका रही थी वह निर्दोष है , तभी उसको गांव वालों ने घर से निकाला,मारापीटा और डायन बताया.  अब उन्हें गांव से बाहर निकल जाने को बोल रहे,धमकी दे रहे हैं.
डॉ . दिनेश मिश्र ने कहा कोई नारी डायन /टोनही नही होती. जादू टोने का कोई अस्तित्व नहीं होता ह.यह सिर्फ अंधविश्वास  है इस प्रकार किसी भी निर्दोष महिला को प्रताड़ित करना  शर्मनाक  तथा अपराध है . 
डॉ दिनेश मिश्र ने कहा प.बंगाल में प्रति वर्ष डायन के सन्देह में सैकड़ों मामले सामने आते हैं.पर सक्षम कानून के अभाव में उचित कार्यवाही नही हो पाती. हमने जून 2018 में  प.बंगाल में डायन प्रताड़ना निषेध कानून की मांग की थी. तब कानून के लिए एक आयोग बनाने की जानकारी मिली थी. पर अब तक वहाँ कानून का न बन पाना चिंताजनक है. प. बंगाल में डायन प्रताड़ना के निषेध हेतु कड़ा एवम सक्षम कानून भय जाना चाहिए ताकि दोषियों को सजा मिले ,तथा निर्दोष प्रताड़ित महिलाओं को न्याय,मुआवजा मिल सके.
डॉ दिनेश मिश्र 

 असम में डायन के सन्देह में 2 हत्याएं,सिर काट कर दाहसंस्कार भी कर दिया.

कोई महिला डायन नही. डॉ. दिनेश मिश्र

@अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्र ने असम के 
 कार्बी आंग्लोंग जिले में जादू-टोना करने के संदेह में एक महिला सहित दो लोगों की बर्बरतापूर्ण  हत्या की कड़ी निंदा करते हुए कहा, जादू टोने का कोई अस्तित्व नही होता तथा कोई महिला डायन नहीं होती . इस मामले में  सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्यवाही हो .

@डॉ दिनेश मिश्र ने बताया   असम के कार्बी आंगलोंग जिले के डोकमोका थाना क्षेत्र के  लोहिमापुर
 में एक किशोरी  के बीमार होने के बाद  गांव के  ही दो लोगों पर काला जादू करने का आरोप लगाया ,गया बाद में उस लड़की की मृत्यु हो गयी  मौत   बुधवार की रात को हुई. मौत के बाद एक अन्य लड़की ने गांव के मुखिया के घर उन्हीं दोनों पर उस पर ‘काला जादू’ करने और इस वजह से उसके बीमार पड़ने का दावा किया था.  जिस पर गांव में कंगारू  पंचायत बैठाई गयी ,जिसमे उन्हें कला जादू करने के लिए दोषी ठहराते हुए जान से मारने का फरमान सुना दिया गया.उस फरमान के  बाद  ‘गांववालों ने 60 वर्षीया रमावती और बीजाय गौर की पीट-पीटकर हत्या कर दी और उनके शव पास ही एक पहाड़ी पर ले गए. वहां उन्होंने  अंत्येष्टि स्थल के पास उन दोनों के सिर काटकर उन्हें आग के हवाले कर दिया. ’बाद में जानकारी मिलने पर पुलिस वहां  पहुंची तथा घटनास्थल का दौरा किया और मिट्टी के नमूनों के अलावा चिता से अवशेष एकत्र किए.डायन के सन्देह में हत्या के  इस मामले में  नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उनसे हथियार भी जब्त किए गए हैं. बाकी आरोपी फरार हैं . गांव में आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं, जो या तो मजदूरी करते हैं या छोटे किसान हैं.
डॉ . दिनेश मिश्र ने कहा कोई नारी डायन /टोनही नही होती. जादू टोने का कोई अस्तित्व नहीं होता .यह सिर्फ अंधविश्वास  है, इस प्रकार किसी भी निर्दोष  को प्रताड़ित करना ,उसकी हत्या करना शर्मनाक  तथा अपराध है . 
 हमारी असम सरकार से मांग है कि इस मामले में शामिल अन्य सभी दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए उन्हें कड़ी  सजा मिले ,तथा  प्रताड़ितों के परिवार  को न्याय,मुआवजा मिल सके.
डॉ दिनेश मिश्र 

  बिहार के कटिहार में डायन के सन्देह में 5 महिलाओं को शर्मनाक प्रताड़ना .डॉ. दिनेश मिश्र

@मारपीट,मल मूत्र खिलाया गया.
@ कोई नारी डायन नही .डॉ दिनेश मिश्र
# अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने बिहार के कटिहार जिले के खैरा गांव में 5 निर्दोष महिलाओं को डायन के सन्देह में दी गयी प्रताड़ना की कड़ी निंदा की है. इस घटना में महिलाओं के साथ घर में घुस कर न केवल मारपीट की गई बल्कि उन्हें जबरस्ती मल मूत्र खिलाया गया.डॉ मिश्र ने इस घटना में शामिल सभी बैगाओं और सौ से अधिक लोगों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है.
डॉ दिनेश मिश्र ने बताया उन्हें जानकारी मिली है कि बिहार के कटिहार जिले के  मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खैरा गांव में अंधविश्वास के पड़कर  ग्रामीणों  ने 5 महिलाओं को डायन बताकर जमकर मारपीट कर जख्मी कर दिया। इससे भी मन नहीं भरा तो उन्हें पकड़ कर जबरदस्ती मल और मूत्र  पिलाकर प्रताड़ित किया.प्रताड़ना के समय  बेबस महिलाएं ग्रामीणों से न्याय की गुहार लगाती रही, लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक नहीं सुनी। बाद में जख्मी महिलाओं को   सदर अस्पताल में भर्ती किया गया जहॉं उनका इलाज चल रहा है। 
डॉ दिनेश मिश्र  ने बताया  मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खैरा गांव के इस मामले में जानकारी मिली है  कि गांव की ही संगीता देवी और दिलीप उरांव की बेटी बार बार बीमार पड़ने लगी थी,  जिस पर  गांव के ही एक झाड़-फूक करने वाले ओझा द्वारा बताया गया कि उनके बेटी को  कुछ महिलाओं जादू-टोना किया है ।जिसकी पहिचान करने के लिए   गांव में ओझाओं (भगत )के लिये  धाम लगाया गया था जिसमें चार  ओझा अनुष्ठान कर  रहे थे।  उसी दौरान ओझाओं  के शरीर पर  तथाकथित रूप से देवता आए और वे झूमने लगे,तथा गांव की महिलाओं ही को डायन बताने लगे। इसके बाद ग्रामीण बैगाओं के बताये अनुसार खोजबीन करने में जुट गए, इसकी जानकारी उन महिलाओं को नहीं थी ,वे लोग घर पर थी, बैगाओं (भगत ) द्वारा उन महिलाओं को डायन बताने के बाद  गांव के कई लोगों के साथ उनके घर पहुंचे और  उन पर लड़की को जादू टोने से बीमार करने का जिम्मेदार ठहरा कर  
डायन   होने का आरोप लगाया ,और  मारपीट करने लगे। इस क्रम में  घर की पांच महिलाओं को मारपीट करने  के साथ  ही पकड़ कर जबरदस्ती मूत्र व मल भी पिलाया। जब उक्त महिलाओं की  मारपीट व प्रताड़ित करने से तबियत खराब   होने लगी ,तब ग्रामीण व आरोपी वहां से चले गये।  इस प्रकार प्रताड़ना से उन महिलाओं की तबियत खराब हो गयी और वे बेहोश हो गयी  तथा बाद में  उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती किया गया .
 डायन के सन्देह में हुई इस प्रताड़ना की सूचना  जब पुलिस को दी गयी तब पुलिस गांव में पहुंची, जिसमें उन् महिलाओं ने   बैगाओं सहित 11 ग्रामीणों के नाम तथा घटना में एक सौ से अधिक ग्रामीणों के शामिल होने की जानकारी पुलिस को दी .जिसे  लेकर 11 नामजद और एक सौ से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। दो नामजद आरोपी रंजीत उरांव और प्रदीप उरांव को गिरफ्तार कर लिया गया। जख्मी महिलाओं का इलाज अब भी  सदर अस्पताल में चल रहा है। अनेक आरोपी गांव से फरार  हो गए हैं।
डॉ . दिनेश मिश्र ने कहा कोई नारी डायन /टोनही नही होती. जादू टोने का कोई अस्तित्व नहीं होता .यह सिर्फ अंधविश्वास  है, इस प्रकार किसी भी निर्दोष महिला को प्रताड़ित करना  शर्मनाक  तथा अपराध है . 
 हमारी बिहार सरकार से मांग है कि इस मामले में शामिल अन्य सभी दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए उन्हें कड़ी  सजा मिले ,तथा निर्दोष प्रताड़ित महिला को न्याय,मुआवजा मिल सके.
डॉ दिनेश मिश्र 


 woman in simgeda, jharkhand ,branded as witch was thrashed, tonsured and paraded.  Dr. Dinesh Mishra

 A woman in jharkhand,district simgeda was allegedly branded as witch was thrashed and tonsured by a group of villagers.I strongly condemn this incidence. This is very inhuman and barbaric which needs strong legal action on all acussed.
This incidence happened  near kombakera  at Ganjhutoli village under  Simgeda
 district in jharkhand.

A  55 yrs aged woman , was  allegedly caught by angry villagers on suspicion of being involved in black magic. They were thrashed, tonsured and paraded naked in the village.
  Dr. Dinesh mishra said  This happened when India is busy in fighting against COVID 19 pandemic .
  The incident happened after death of  one villager.  Villagers suspected that  the man died due to the witchcraft practices of this woman. Soon after a village meeting was held, attended by many residents, which was led by village priest where. 
Furious with the woman the villagers took the decision of punishing  her for black magic.on 19th september
villagers allegedly thrashed that woman, shaved their head, forced them and then paraded them naked across the village.and also fined five hundred rupees. 
    Initially, the woman stayed mum as she was afraid of the villagers. When the information reached the police, they visited the village and asked the woman to file a complaint against 50 acussed.
some of the villagers protested against police action but 9  accused were arrested.
 Dr. Dinesh Mishra President of Andh shraddha Nirmulan samiti highly condemned this act .He said, There is no existence of black magic,this women was tortured due to superstition.  Government should take strong action against all  acussed.  

 Dr. Dinesh Mishra .  President Andh Shraddha Nirmulan Samiti.(A voluntary organization working against witchcraft & superstition)a

 












Five women in  katihar, Bihar ,branded as witches were thrashed,  paraded ,forced to cosume faeces and urine.  Dr. Dinesh Mishra

 Five women in Bihar ,district Katihar were allegedly branded as witches were thrashed ,paraded,&forced to consume faeces & urine  by a group of people.I strongly condemn this incidence. This is very inhuman and barbaric which needs strong legal action on all acussed.

 This incidence happened  at khaira village under the muffassil Police Station of katihar district in  Bihar on 20 september.

All Five women of the same family at a place in village when they were allegedly caught by angry villagers on suspicion of being involved in black magic. They were thrashed,  and paraded  in the village.
 
This recent incidence of women atrocities in khaira  has put humanity to shame. 

 Dr. Dinesh mishra said  This happened when India is busy in fighting against COVID 19 pandemic and country is under lockdown. 
According to local media reports, the incident took place After the Six years old girl fell sick 1month ago. After  public rituals, witch doctors blamed those women for  illnesses .They also alleged that the women practised black magic.
  Soon after a village meeting was held where  more than 100 villagers allegedly thrashed those five women & forced them to drink urine, and then paraded them naked across the village. 

Local police lodged a case and arrested 2 people .
Dr. Dinesh Mishra President of Andh shraddha Nirmulan samiti highly condemned this act .He said, There is no existence of black magic,these women were tortured due to superstition.  Government should take strong action against all  acussed.  We will visit the village and arrange awareness campaign in this area after lockdown period.   

 Dr. Dinesh Mishra .  President Andh Shraddha Nirmulan Samiti.(A voluntary organization working against witchcraft & superstition)
Mob:9827400859


23:17 (8 minutes ago)
 one woman in bardhman ,west bengal ,branded as witch was thrashed,  and paraded.  Dr. Dinesh Mishra

 One  women in West Bengal district East Bardhman was allegedly branded as a witch  thrashed and parade by a group of people. I strongly condemn this incidence. This is a very barbaric and inhuman act which needs a strong legal action on all the acussed of such act.

This incidence happened  on Sunday in a tribal village  of district east  bardhman.

Budhin baski a tribal  woman was preparing food for her family,  at their house in village ,when she was allegedly caught by angry villagers on suspicion of being involved in black magic. They were thrashed,  and paraded  in the village and took her in mansa devi temple her both arms were tied up and were forced to leave village.
  Dr. Dinesh mishra said  This happened when India is busy in fighting against COVID 19 pandemic and many regions of country is under lockdown.when local police went in the village to  arrest the acussed. Mob attacked on police force with arrows and then police used  tears gas and released the victim.  Police have been arrested 3 persons.
Dr. Dinesh Mishra President of Andh shraddha Nirmulan samiti highly condemned this act .He said, There is no existence of black magic,this woman was tortured due to superstition.  Government should take strong action against all  acussed.  We will visit the village and arrange awareness campaign in this area after lockdown period.   

 Dr. Dinesh Mishra .  President Andh Shraddha Nirmulan Samiti.(A voluntary organization working against witchcraft & superstition)

Mob:9827400859