अंधविश्वास,डायन (टोनही) प्रताड़ना एवं सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जनजागरण

I have been working for the awareness against existing social evils,black magic and witchcraft that is prevalent all across the country and specially Chhattisgarh. I have been trying to devote myself into the development of scientific temperament among the mass since 1995. Through this blog I aim to educate and update the masses on the awful incidents & crime taking place in the name of witch craft & black magic all over the state.

Sunday, June 21, 2015

.यकीन मानिये कोई नारी डायन/टोनही नहीं होती.

दोस्तों मैं  26 जनवरी को गरियाबंद जिले के फिन्गेश्वर ब्लॉक के लचकेरा गांव गया था जहाँ डायन/टोनही के संदेह में अमानुषिक रूप से प्रताडित महिलाओं से उनके घर जा कर मिला उनके दुख सुख की बातें सुनी उनमें से एक महिला ने मुझे पानी पिलाया तो एक ने अपने हाथों से चाय बना कर स्वयं दी तो एक महिला ने मेरे साथ बैठ कर काफी देर तक अपने साथ हुई प्रताडना की जानकारी दी .वहाँ पर मौजूद कुछ लोगों को लगने लगा था कि मेरे स्वास्थ्य के साथ कुछ विपरीत हो सकता है .लचकेरा के तथा अन्य गांव वासियों से मैं यह कहना चाहता हूँ कि जब उन महिलाओं के साथ बैठने,उनके द्वारा दिये पानी पीने,उनके द्वारा बनायी चाय पीने के बाद भी जब आज तक बीमार नहीं हुआ तो उनके देखने मात्र से बात करने से कोई कैसे बीमार हो सकता है .डायन /टोनही ,जादू टोने की मान्यता अंधविश्वास है और अपने इस अंधविश्वास के कारण किसी निर्दोष को मारना एकदम गलत है .यह मैंइतने  माह बाद भी सिर्फ इस लिए लिख रहा हूं कि वहाँ पर कुछ लोगों का मानना था कि जादू टोने का असर धीरे भी होता है .यकीन मानिये कोई नारी डायन/टोनही नहीं होती.

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